महापौर की होली मिलन समारोह में दिखी पार्षदों की नाराजगी

लखनऊ। महापौर सुषमा खर्कवाल के होली मिलन समारोह में रंग गुलाल और फूल भले ही खूब उड़े, लेकिन पार्षदों की नाराजगी दूर न हो सकी है। महापौर ने मान मनव्वल की खूब कोशिश की, लेकिन एकजुटता का प्रयास फेल हो गया। 110 पार्षदों में करीब 20 पार्षद ही समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे। हालांकि महापौर की होली समारोह में सफेद पोश और व्यापरियों ताता लगा रहा मगर अपने नदारद रहे। गौरतलब है कि एक ही पार्टी के अधिकतर पार्षद और मेयर में टकराव की स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि होली पर बधाई देने और एक दूसरे से मिलने से भी परहेज सामने आया। इस दौरान पार्षद कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। हालांकि, दबी जुबान पार्षद यह भी कह रहे कि जब तक वार्ड विकास निधि और जरूरी मुद्दों पर चर्चा नहीं की जाएगी, तब तक कोई बात नहीं की जाएगी।
110 में 90 पार्षद समारोह से रहे दूर
110 पार्षदों में करीब 20 पार्षद ही महापौर के होली मिलन समारोह में देर शाम तक पहुंचे। इस दौरान कार्यकारिणी से सिर्फ एक सदस्य गिरीश गुप्ता होली मिलन में दिखे। पम्मी तिवारी, नागेंद्र सिंह, अशोक उपाध्याय, अरविंद यादव, गिरीश गुप्ता, सुनील शंखधर, शीकुर्रहमाना, पार्षद पति राम कुमार वर्मा, अजय दीक्षित, पूजा जसवानी, संदीप शर्मा, अशोक हितैशी सहित अन्य लोग मौजूद रहे। दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने एकजुट होने की बात कही थी। साथ ही सभी की नाराजगी दूर करने को लेकर भी दावा किया था। उन्होंने कहा मेयर और पार्षद अपने ही हैं। ऐसे में साथ बैठकर समस्या का हल निकाला जाएगा। वहीं, भाजपा पार्षदों और महापौर के बीच में कलह की स्थिति को देखते हुए लग रहा की 18 मार्च को प्रस्तावित बजट बैठक हंगामेदार रहेगी। इस दौरान पार्षद पूरी तैयारी के साथ में बैठक में पहुंचेंगे। जबकि पार्षद भी अब अपने मुद्दों से पीछे हटने को तैयार नहीं दिखाई दे रहे। लखनऊ मेयर सुषमा खर्कवाल के विरोध में पार्षद मुकेश सिंह मोंटी ने नगर निगम की कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने नगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी को इस्तीफा सौंपा था। उनका कहना है कि अधिकारी पार्षदों की बात नहीं सुनते हैं। हालांकि, महापौर ने कहा है कि उन्हें नहीं पता कि पार्षद ने इस्तीफा क्यों दिया।