चैम्पियंस ट्रॉफी : कोहली के शतक के साथ भारत की पाकिस्तान पर विराट जीत

दुबई। आईसीसी टूर्नामेंटों में पाकिस्तान पर कहर साबित होने वाले विराट कोहली ने एक बार फिर इतिहास को दोहराते हुए नाबाद शतक के साथ रविवार को इस बहुचर्चित मुकाबले में भारत को छह विकेट से जीत दिलाकर चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। भारत की जीत तो दीवार पर लिखी इबारत की तरह साफ हो गई थी लेकिन कशमकश यह थी कि कोहली का शतक बनेगा या नहीं। और फिर आधुनिक क्रिकेट के इस महानायक ने न सिर्फ चौके के साथ 51वां वनडे शतक पूरा किया बल्कि फॉर्म में लौटकर विरोधी टीमों के लिए खतरे की घंटी बजा दी।
जीत के लिए 242 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को 42वें ओवर के बाद चार रन की जरूरत थी। खुशदिल शाह के ओवर में विराट ने पहली गेंद पर एक रन लिया और फिर अक्षर पटेल ने दूसरी गेंद पर एक रन लिया। अब भारत को जीत के लिए दो रन और विराट को शतक के लिए चार रन चाहिए थे। तीसरी गेंद पर एक्स्ट्रा कवर में चौका जड़ने के साथ कोहली के चेहरे पर इत्मीनान की मुस्कान आई। और इसके साथ ही टीवी पर नजरें गड़ाए बैठे करोड़ों भारतीय क्रिकेट प्रेमी भी खुशी से झूम उठे। लगातार एक तरह से आउट होने, स्पिन के खिलाफ असहज होने और बड़ी पारी नहीं खेल पाने की कई चुनौतियों से उबरते हुए कोहली ने पुराने फॉर्म के दीदार कराए।
इस जीत के साथ भारत ग्रुप ए में चार अंक लेकर शीर्ष पर पहुंच गया और सेमीफाइनल में प्रवेश तय कर लिया। पिछले कुछ अर्से से खराब फॉर्म से जूझ रहे कोहली ने सही समय पर और सही प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ फॉर्म में वापसी करते हुए 111 गेंद में सात चौकों की मदद से नाबाद सौ रन बनाए। वहीं श्रेयस अय्यर ने 67 गेंद में पांच चौकों और एक छक्के के साथ 56 रन बनाकर भारत को 42.3 ओवर में जीत तक पहुंचाया। दूसरी ओर 29 साल बाद आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा पाकिस्तान लगभग बाहर हो गया है। एक बार फिर उसके लिए परेशानी का सबब रहे कोहली।
इसी पारी में कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे तेजी से 14000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज भी बन गए। पाकिस्तान के प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी और हारिस रऊफ एक बार फिर कोहली के सामने बेबस दिखे। कोहली ने लेग स्पिनर अबरार अहमद को भी बखूबी खेला और कोई जोखिम नहीं लिया। कोहली और अय्यर ने तीसरे विकेट की साझेदारी में 114 रन जोड़े। श्रेयस को खुशदिल ने पवेलियन भेजा जिनका बेहतरीन कैच इमामुल हक ने लपका। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और पाकिस्तान की मैच में वापसी संभव नहीं थी। वैसे इस जीत का श्रेय भारतीय गेंदबाजों को भी जाता है जिन्होंने पाकिस्तान को 241 रन पर रोक दिया। टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने वाली पाकिस्तानी टीम के लिए सऊद शकील ने 76 गेंद में पांच चौकों की मदद से 62 रन बनाए और तीसरे विकेट के लिए कप्तान मोहम्मद रिजवान (46) के साथ 104 रन जोड़े लेकिन इसके अलावा पाकिस्तानी टीम के लिए कोई बड़ी साझेदारी नहीं बन सकी।
बीच के ओवरों में पिच धीमी हो गई और भारतीय गेंदबाजों ने सही लाइन और लैंग्थ पकड़कर पाकिस्तान के लिए रन बनाना मुश्किल कर दिया। बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप ने नौ ओवर में 40 रन देकर तीन विकेट लिए। भारतीय गेंदबाजों ने इस कदर दबाव बना दिया था कि एक समय रिजवान और शकील 55 गेंदों तक कोई चौका नहीं लगा सके। बाबर आजम (23) और इमामुल हक (10) के सस्ते में आउट होने के बाद दोनों को जोखिम लेने से भी बचना था। बाबर ने शुरूआत अच्छी की थी और हर्षित राणा तथा हार्दिक पंड्या को अपने कुछ ट्रेडमार्क कवर ड्राइव भी लगाए। लेकिन वह ज्यादा देर टिक नहीं सके और पंड्या की गेंद पर चौका लगाने के बाद अगली गेंद पर वह केएल राहुल को कैच दे बैठे। इसके बाद इमाम ने तेजी से एक रन चुराने के प्रयास में विकेट गंवाया। वह रन लेने के लिए दौड़े लेकिन मिडआन पर खड़े अक्षर ने सीधे थ्रो पर गिल्लियां बिखेर दी।
पाकिस्तान के दोनों प्रमुख बल्लेबाज 47 के स्कोर पर पवेलियन में थे लेकिन रिजवान और शकील ने इसके बाद संयम के साथ खेला। इस बीच अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और कप्तान रोहित शर्मा को कुछ देर के लिए मैदान से जाना पड़ा। रोहित गर्मी में असहज महसूस कर रहे थे जबकि शमी को पिंडली में कुछ परेशानी थी। दोनों हालांकि मैदान पर वापिस लौट आए जिससे भारतीय प्रशंसकों ने राहत की सांस ली। इन सबके बीच रिजवान और शकील पाकिस्तान को 34वें ओवर में दो विकेट पर 151 रन तक ले गए। ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान 270 के आसपास पहुंच जाएगा लेकिन अक्षर ने रिजवान को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद कोई बल्लेबाज लंबे समय तक टिककर खेल नहीं सका। शकील को पंड्या ने डीप में अक्षर के हाथों लपकवाया। कुलदीप ने सलमान आगा और शाहीन शाह अफरीदी को लगातार दो गेंदों पर आउट किया हालांकि हैट्िरक नहीं ले सके। नसीम शाह उनका तीसरा शिकार बने। आखिर में खुशदिल ने 39 गेंद में 38 रन बनाए जिसमें पाकिस्तानी पारी का पहला छक्का शामिल था।