
र्पुडुचेरी । नौ अप्रैल (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तमिल भाषा के कुशल वक्ता कुमारी अनंतन का निधन हो गया। उनके परिवार ने बुधवार को यह जानकारी दी।कुमारी अनंतन ने संसद को तमिल भाषा में संबोधित करने के व्यवस्था बनाने के लिए संघर्ष किया और इसमें सफलता भी पाई। मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन और सांसद व एमडीएमके नेता वाइको ने संसद में तमिल में बोलने का अधिकार दिलाने में अनंतन की महत्वपूर्ण भूमिका को याद किया।
कुमारी अनंतन (92) का निधन मंगलवार रात करीब 12 बजकर 15 मिनट पर हुआ। वह तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के पूर्व अध्यक्ष भी रहे। उनके परिवार में उनका एक बेटा और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) नेता एवं तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन समेत चार बेटियां हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा: थिरु कुमारी अनंतन जी को समाज के प्रति उनकी उल्लेखनीय सेवा और तमिलनाडु की प्रगति के प्रति जुनून के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने तमिल भाषा और संस्कृति को लोकप्रिय बनाने के लिए भी कई प्रयास किए। उनके निधन से दुख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति। तमिलनाडु के राज्यपाल आर. एन. रवि, मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन, विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी, वीसीके प्रमुख थोल थिरुमावलवन और अन्य नेताओं ने सुंदरराजन के आवास पर जाकर दिवंगत नेता के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
अपने शोक संदेश में स्टालिन ने कहा कि अनंतन का निधन तमिल समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है और उन्होंने राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत नेता के अंतिम संस्कार की घोषणा की। अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी, टीएनसीसी अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थगई, भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के. अन्नामलाई, भाकपा और माकपा के राज्य सचिव क्रमश: आर. मुथरासन और पी. शनमुगम, वाइको, पीएमके संस्थापक एस रामदास, डीएमडीके महासचिव प्रेमलता विजयकांत, एएमएमके प्रमुख टीटीवी दिनाकरण और तमिलगा वेत्री कषगम प्रमुख विजय ने कुमारी अनंतन की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।