सीएचसी पर ड्यूटी से गायब मिले डॉक्टर तो होगी कार्रवाई : कमिश्नर

लखनऊ। ग्रामीण इलाकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर तैनात डाक्टर अब ड्यूटी से गायब मिले तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा स्वास्थ्य की मंडलीय समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने सीएमओ से कहा कि सीएचसी का औचक निरीक्षण करके पता लगाया जाए कि रात में चिकित्सा सुविधाओं की क्या स्थिति है। अगर रात की ड्यूटी करने वाले डाक्टर अपने तैनाती स्थल पर न मिलें तो उन पर कार्रवाई हो।
मालूम हो कि मंडलायुक्त कार्यालय में ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि सीएचसी में रात के समय चिकित्सक मौजूद नहीं रहते है। इसे गंभीरता से लेते हुए मंडलायुक्त ने बैठक में सीएमओ को निर्देश दिया कि जांच कर पता लगाएं कि डाक्टर सीएचसी पर रात में रहते हैं या नहीं। अगर कहीं कोई चिकित्सक या स्टाफ ड्यूटी से गायब मिलता है तो उस पर तुरंत कार्रवाई कर इसकी रिपोर्ट दें। उन्होंने कहा कि सीएचसी पर रात्रिकालीन सेवाएं, प्रसव सेवाएं व अन्य ओपीडी सेवाएं चाक चौबस्त हों, इसकी निगरानी करें। सीएचसी पर मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिलता तो जिला व अन्य बड़े अस्पतालों पर मरीजों का दबाव बढ़ता है।
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कमिश्नर रोशन जैकब ने कहा कि अस्पतालों में चिकित्सकों की उपस्थिति अनिवार्य की जाए। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा में हरदोई और उन्नाव की प्रगति लक्ष्य से कम मिली। साथ ही गैर संचारी रोगों से स्क्रीनिंग की प्रगति की समीक्षा के दौरान जनपद हरदोई, सीतापुर व उन्नाव की प्रगति राज्य औसत से कम पाई गई। इस पर कमिश्नर ने सुधार के निर्देश दिए। बैठक नेत्र ज्योति अभियान कैटरेक्ट सर्जरी लखनऊ में 61.5 फीसदी की भौतिक प्रगति पाई गई। बैठक में कमिश्नर ने आयुष्मान आरोग्य मन्दिर की समीक्षा भी की। बैठक में अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. जीपी गुप्ता समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।