अब्दुल्ला आजम खान जेल से रिहा, सपा सांसद रुचि वीरा समेत कई नेता हरदोई पहुंचे

हरदोई । समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खान करीब डेढ़ वर्ष बाद मंगलवार को हरदोई जिला कारागार से रिहा हुए। उनकी पार्टी के नेताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत करने के लिए जेल के बाहर जमावड़ा लगा दिया। दोपहर करीब 12 बजे सफेद कुर्ता-पायजामा और गहरे रंग की स्लीवलेस वास्कट पहने अब्दुल्ला को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 17 माह बाद जेल से रिहा किया गया। वह किसी से मिले बिना और मीडिया से बात किए बिना रामपुर के लिए रवाना हो गए।
अब्दुल्ला के अधिवक्ता सतनाम सिंह नट्टू ने हरदोई जेल के बाहर संवाददाताओं से कहा, जैसा कि पूरा देश जानता है, मोहम्मद आजम खान और उनके परिवार को सताया गया और जेल में रखा गया। आज हम भगवान, अल्लाह, वाहेगुरु का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने अब्दुल्ला भाई की रिहाई का रास्ता साफ किया। वह आखिरकार आज रिहा होकर घर लौटेंगे।
अब्दुल्ला आजम सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खान के बेटे हैं जो विभिन्न मामलों के तहत सीतापुर की जेल में बंद हैं। रामपुर जिले के स्वार विधानसभा से 2022 में समाजवादी पार्टी से निर्वाचित अब्दुल्ला आजम की सदस्यता एक आपराधिक मामले में सजा सुनाए जाने के बाद निरस्त हो गई थी और वे सदन से अयोग्य घोषित हो गए। इसके पहले अब्दुल्ला आजम की रिहाई की खबर सुनकर मुरादाबाद की सपा सांसद रुचि वीरा समेत कई नेता और कार्यकर्ता हरदोई जेल के बाहर पहुंच गए। रुचि वीरा ने न्यायपालिका में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, हमें हमेशा से न्यायपालिका पर भरोसा था और आगे भी रहेगा।
आज न्याय हुआ है और हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी न्याय होगा। अब्दुल्ला आजम खान को हाल ही में उच्चतम न्यायालय ने जमानत दी थी। लेकिन रामपुर में सांसद-विधायक अदालत के समक्ष एक अलग मामले में लंबित कानूनी औपचारिकताओं के कारण वह अभी भी जेल में थे। पिछले कुछ वर्षों में उनके खिलाफ 45 मामले दर्ज हुए थे और सभी में उन्हें जमानत मिल गई थी। जमानत सत्यापन से संबंधित प्रक्रियागत मुद्दों के कारण उनकी रिहाई में देरी हुई। सोमवार को सांसद-विधायक अदालत से रिहाई का आदेश हरदोई जेल भेजा गया, जिससे उनकी रिहाई का रास्ता साफ हुआ।