मायावती ने चुनावों में कथित विदेशी हस्तक्षेप पर जतायी चिंता

लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने सोमवार को भारतीय चुनावों में कथित विदेशी हस्तक्षेप को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि एक अमेरिकी एजेंसी ने भारत में मतदाता भागीदारी बढ़ाने के नाम पर 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर भेजे हैं जो बेहद चौंकाने वाली खबर है। मायावती ने पार्टी की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा कि अमेरिका से आई खबर बहुत चौंकाने वाली है। बताया जा रहा है कि भारत में मतदाता भागीदारी बढ़ाने के नाम पर 21 मिलियन डॉलर की राशि दी गई है। देश की जनता को सतर्क रहना चाहिए और यह सवाल उठाना चाहिए कि क्या यह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों में हस्तक्षेप है? अगर हां, तो इससे किसे फायदा हो रहा है?
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मायावती ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीएसपी को मिली हार पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बीएसपी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली चुनाव में पूरी ताकत से लड़ा लेकिन बीजेपी और आम आदमी पार्टी के मजबूत राजनीतिक दांव-पेंच और झूठे वादों की वजह से पार्टी को उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिले। हालांकि, उन्होंने कार्यकर्ताओं से निराश न होने की अपील करते हुए कहा कि बीएसपी हमेशा संघर्ष करने वाली पार्टी रही है और उसने अतीत में कई राजनीतिक सफलताएं हासिल की हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चार बार सरकार बनाने के दौरान बीएसपी ने बहुजन समाज के सम्मान, आत्म-सम्मान और आर्थिक स्वतंत्रता के लिए कई काम किए हैं। इसी कारण जातिवादी, पूंजीवादी और सांप्रदायिक ताकतों ने हमेशा बीएसपी और इसकी नेतृत्व को कमजोर करने के लिए साजिशें की हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के बताए मार्ग पर चलते हुए अपने वोट के अधिकार के जरिए सत्ता हासिल करने के लक्ष्य को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव भी हरियाणा की तरह ही था। यहां बसपा के लोगों ने पूरी दमदारी के साथ संघर्ष किया लेकिन विरोधी पार्टियों की जबरदस्त राजनीतिक चालबाजी और जुमलेबाजी के कारण भाजपा, आप पार्टी की सरकारी छत्रछाया ज्यादातर हावी रही। इस कारण बसपा को अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सका।