विध्याचल: माघी पूर्णिमा पर विध्याचल धाम में उमड़ा जन सैलाब

विध्याचल । उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर स्थित विश्व प्रसिद्ध विध्याचल धाम में बुधवार भोर में मंगला आरती के बाद आस्था का जन सैलाव उमड़ा ।माघी पूर्णिमा के पावन दिन पर दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने विध्य क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी मां विध्यवासिनी देवी के दर्शन पूजन किए। यात्रियों ने मां गंगा में डुबकी लगाई । भक्तों ने त्रिकोण यंत्र पर विराजमान मां अष्टभुजा देवी एवं मां काली के दरबार में हाजिरी लगायी।भारी भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कमिश्नर बालकृष्ण त्रिपाठी एवं पुलिस महानिरीक्षक आर पी ङ्क्षसह सहित पूरा अधिकारियों का अमला सड़क पर रहा।
विध्यधाम में इस समय अनोखा ²श्य है। चारों ओर मां का जयकारा का शोर सुनाई पड़ रहा है। कुंभ से लौट रहे जन प्रवाह की भीड़ ने विध्य धाम के सारे रिकॉर्ड तोड दिए।सारी व्यवस्था के बाबजूद भीड़ सम्भावना काफी कठिन रहा। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि मंदिर के कोरिडोर आने वाले सभी रास्तों पर वैरियर लगायें गये है। कंट्रोल रूम से भीड़ छोड़ने के निर्देश दिया जा रहा है।
भगदड़ और जाम की स्थिति से निपटने के लिए मुकम्मल व्यवस्था की गई थी। पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा सहित पुलिस के आला अधिकारी यातायात व्यवस्था सम्भालने में लगे रहे, जिससे अपेक्षाकृत यात्रियों को काफी सहुलियत रही। उन्होंने बताया कि पूर्णिमा के पावन पर्व गंगा स्नान का महत्व है। लिहाजा घाटों पर जल पुलिस लगाई गई है। घाटों पर भारी भीड़ रही।
भोर में मंगला आरती शुरू होने से पहले भक्तों की लम्बी कतारें लग गई थी।आज सारे दिन भक्तों का रेला लगा रहा।दूर दूर से आए लाखों भक्तों ने मां के दर्शन किए।विध्य कोरिडोर निर्माण के बाद से यहां भक्तों की संख्या में गुणात्मक परिवर्तन हुआ है। काशी विश्वनाथ कोरिडोर निर्माण के बढ़ी भीड़ की तरह विध्याचल में भी संख्या दोगुनी हो गई है।देवी विध्यवासिनी का चार बार श्रृंगार किया जाता है,जो अर्थ, धर्म, काम एवं मोक्ष का प्रतीक माना जाता है। नवरात्र में चौबीस घंटे मंदिर में दर्शन पूजन होगा।